
ग्वालियर.जूडा की हड़ताल से जेएएच में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। शुक्रवार को यहां ओपीडी से मरीजों को बिना इलाज लौटना पड़ा। वहीं मरीजों को भर्ती करने से भी इनकार किया गया। औरेया से सुरेशसिंह अपनी पत्नी रेवती को गंभीर हालत में लाए थे। रेवती को गिरने से रीढ़ की हड्डी में चोट आई थी। अस्पताल में उन्हें डॉक्टरों की हड़ताल का हवाला देकर कहा गया कि अगर भर्ती होना है तो अपनी जिम्मेदारी पर होना। किसी से इलाज का मत कहना।
14 डाक्टर तैनात किए
हालात को संभालने के लिए जेएएच अधीक्षक आरकेएस धाकड ने सीएमएचओ से स्टाफ मांगा। इस पर स्वास्थ विभाग ने 14 डॉक्टर को जीआरएमसी में डयूटी के लिए भेजा है। इसके अलावा दतिया और शिवपुरी मेडिकल कॉलेज से भी डॉक्टर बुलाए जा रहे हैं।
अधीक्षक जेएएच डॉ. आरकेएस धाकड़ ने कहा कि इस वक्त जूडा की हडताल ठीक नहीं है। हडताल के पहले दिन ही जूडा को समझाया था। क्योंकि इस वक्त लोग कोरोना से परेशान हैं। बातचीत का रास्ता हमेशा खुला रहता है। हाइकोर्ट के आदेश मानकर जूडा को काम पर लौटना चाहिए। सरकार जूडा की बात को गंभीरता से ले रही है। जूडा को अभी बहुत कुछ सीखना है। सीएमएचओ, दतिया मेडिकल कॉलेज से और शिवपुरी मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर बुला रहे हैं।
मध्य प्रदेश में बीते 24 घंटों में प्रदेशभर में कोरोना के 718 नए संक्रमित मिले हैं। इसके बाद प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 784461 हो गई है। वहीं, संक्रमण से मरने वालों की संख्या 8295 पहुंची है। ग्वालियर में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 52967 हो चुकी है। जबकि, 596 मरीजों की अब तक जान जा चुकी है। शहर में अब तक 51992 मरीज अब तक पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। जबकि अब तक शहर में 379 केस एक्टिव हैं।
Published on:
06 Jun 2021 11:50 am
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